
Post Matric Scholarship: भारत सरकार ने अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), दिव्यांग (Persons with Disabilities) और पिछड़े वर्गों के छात्रों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं में से एक है – “पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना 2025 (दिव्यांग छात्रों के लिए)”, जिसके बारे में हम आज के इस लेख में विस्तार से चर्चा करेंगे। यह स्कॉलरशिप उन छात्रों के लिए है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाते। इस योजना की मदद से वे बिना किसी वित्तीय बोझ के अपनी उच्च शिक्षा पूरी कर सकते हैं। आगे आपको इस योजना से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियाँ मिलेंगी – जैसे कि स्कॉलरशिप की राशि कितनी होगी, कौन आवेदन कर सकता है, जरूरी तारीखें क्या हैं और आवेदन कैसे करना है। इस लेख को अंत तक पढ़ने पर आपको इस स्कीम की हर अहम जानकारी साफ-साफ समझ में आ जाएगी।
नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) – छात्रों के लिए एक डिजिटल सुविधा
भारत सरकार ने छात्रों के लिए एक आधुनिक और सुविधाजनक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जिसे नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) कहा जाता है। यह एक डिजिटल वन-स्टॉप सॉल्यूशन है, जहां छात्र केंद्र, राज्य और अन्य सरकारी संगठनों द्वारा दी जाने वाली विभिन्न छात्रवृत्तियों के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
अब छात्रों को अलग-अलग वेबसाइट्स पर जाकर आवेदन करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। सिर्फ NSP पोर्टल के ज़रिए ही आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, फॉर्म भर सकते हैं, ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और अपने आवेदन की स्थिति भी ट्रैक कर सकते हैं – वो भी सब कुछ एक ही जगह से। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना और छात्रवृत्ति की राशि को सही समय पर सही छात्रों तक पहुंचाना है।
यह सिस्टम न केवल छात्र-हितैषी है, बल्कि पूरी प्रक्रिया को तेज़ और व्यवस्थित भी बनाता है, जिससे छात्र पढ़ाई पर ज़्यादा ध्यान दे सकें और पेपरवर्क में उलझे न रहें।
दिव्यांग छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप – मुख्य उद्देश्य
पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप फॉर स्टूडेंट्स विथ डिसएबिलिटीज एक विशेष योजना है जो उन छात्रों के लिए है, जो शारीरिक या मानसिक दिव्यांगता का सामना कर रहे हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक सहायता देना, ताकि वे बिना पैसों की चिंता किए अपने सपनों को साकार कर सकें।
इस स्कीम के अंतर्गत छात्रों को ट्यूशन फीस, मेंटेनेंस भत्ता और पोस्ट-मैट्रिक कोर्सेस से जुड़े अन्य आवश्यक खर्चों के लिए सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना उन छात्रों के लिए एक मजबूत प्रेरणा बन जाती है जो किसी कारणवश मुख्यधारा की शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
चाहे आप डिग्री कोर्स कर रहे हों, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स – यह स्कॉलरशिप हर स्तर पर सहयोग प्रदान करती है। योजना का उद्देश्य केवल पढ़ाई में मदद करना नहीं, बल्कि ड्रॉपआउट दर को कम करना और हर दिव्यांग छात्र को समान अवसर देना है।
इस आर्थिक सहायता से छात्रों और उनके परिवारों पर आर्थिक बोझ कम हो जाता है। ट्यूशन फीस हो, परीक्षा शुल्क या रहने का खर्च – यह स्कीम सभी ज़रूरी खर्चों को कवर करती है। यह योजना उन छात्रों के लिए एक जीवनरेखा की तरह है जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाना चाहते हैं।
Important Dates – Post Matric Scholarship for Students with Disabilities 2025
Event | Date |
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Start Date of Application | 25 June 2025 |
Last Date for Student Application | 31 October 2025 |
Defective Application Verification Deadline | 15 November 2025 |
Institute Verification Deadline | 15 November 2025 |
DNO/SNO/MNO Verification Deadline | 30 November 2025 |
पात्रता मानदंड – कौन-कौन छात्र आवेदन कर सकते हैं?
यदि आप इस छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण पात्रता नियमों का पालन करना ज़रूरी है। नीचे इन मानदंडों को सरल और स्पष्ट भाषा में समझाया गया है:
- यदि किसी छात्र ने पहले ही किसी एक शैक्षणिक स्तर (जैसे B.A.) की पढ़ाई पूरी कर ली है और अब वह उसी स्तर पर कोई दूसरा कोर्स (जैसे B.Com) कर रहा है, तो ऐसे छात्र इस छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं होंगे।
- लेकिन अगर कोई छात्र अपनी स्नातक डिग्री (जैसे B.A., B.Sc., या B.E.) पूरी करने के बाद L.L.B., B.Ed., या B.El.Ed. जैसे प्रोफेशनल या टीचिंग कोर्स कर रहा है, तो वह छात्र इस योजना के तहत पात्र माना जाएगा।
- अगर कोई छात्र एक ही समय में दो या अधिक पाठ्यक्रमों में नामांकित है, तो छात्रवृत्ति केवल एक पाठ्यक्रम के लिए ही मिलेगी – बशर्ते कि दोनों पाठ्यक्रम उस शैक्षणिक संस्था के नियमों के अनुसार मान्य हों।
- वे छात्र जिन्होंने आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स जैसे विषयों में स्नातक स्तर की परीक्षा पास या फेल की हो और इसके बाद किसी मान्यता प्राप्त तकनीकी या व्यावसायिक कोर्स (जैसे सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री) में दाखिला लिया हो – वे भी इस योजना के लिए पात्र होंगे, यदि अन्य शर्तें पूरी की गई हों।
- जो छात्र पत्राचार (correspondence) पाठ्यक्रम या डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं, वे भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।